गोव की लड़की को कुत्ते की तरह चोदा » हिंदी सेक्स कहानियाँ

किसी रिश्तेदार की शादी मै गाव में जाना था मेरा मूड नही था घरवालो को कहा की आप लोग जाके आओ मै नही आ रहा लेकिन पापा चिड गए तो मुझे उनके साथ जाना पड़ा सेहर से दूर था ४ या ५ दिन रुकने का प्लान था इसलिए मेरा दम घुट रहा था जबरजस्ती जा रहा था , गोव मै गए घर अच्छा था लेकिन पॉवर की बोहोत दिक्कत थी साली आती ही नही थी वहा हम उनके लिए नए थे सेल वहा के लोंडे मेरे कपड़ो को और मुझे ऐसे देख रहे थे जैसे कभी देखा ना हो , मैंने देखा की लडकिय मुज्पे मरने लगी थी मेरे पास भी करने का कुछ था नही इस लिए चोदने का जुगाड़ करने लगा सिटी की लडकियों को तो बोहोत छोड़ा था लेकिन कभी गोव की लड़की को नही छोड़ा था इस बार मोका था मैंने सोचा किसी को पटाता हु तो चोदना मिल जायेगा और अनुभव भी मिल जायेगा , हमारे घर में एक लड़की आती थी एक दम गठीला बदन , रंग सावला , मम्मे भी बड़े मैंने सोच लिया की अब इसकी चूत को ही मेरे लंड के मज़े देने है मै सुरु हो गया उससे बाते करने के लिए यहाँ देखने जैसा क्या है ? तू मुझे घुमाने ले जाएगी क्या ? और वो बड़े मज़े से जवाब दे रही थी शादी का माहोल था इस लिए सब यहाँ वहा चुतियो की तरह भागादोड़ी कर रहे थे किसी का ध्यान भी नही था , दो दिन उसके साथ यहाँ वहा घुमने गया बहाने से उसका हाथ पकड़ा थोड़ी लंदगिरी करली अब सिर्फ दो दिन रहे थे हमारे जाने के लिए मेरे पास दो दिन थे मैंने सोचा अब तो कुछ करना ही पड़ेगा , दुसरे दिन उसको कहा यहाँ कही पे नदी है ? उसने कहा है लेकिन दूर है वहा कोई ज्यादा जाता नही है मने कहा मुझे वहा जाना है उसने कहा ठीक है दुसरे दिन वो मुझे वहा ले गई नदी का पानी ठंडा था मै उसमे अपने पैर डालके बैठ गया उसने कहा यहाँ तक आये हो नहा लो अच्छा भी लगेगा पसीने पसीने हो चुके हो मैंने कहा मुझे तेरना नही आता जब की मै पानी मै मछली की तरह तैरना जानता था उसने कहा मुझे आता है मुझे मोका मिल गया उसको कहा मुझे सिखाओगी उसने का बोला उसमे क्या है कपडे निकाल के आ जाओ और मैंने अपने पुरे कपडे उतार दिए सिर्फ चड्डी पहन कर कूद पड़ा वो मुझे देख कर सरमाने लगी मैंने कहा अब कपडे तो निकलने ही पड़ेगे ना उसने कहा मै नही उतारुगी और वो पानी मै आ गई उसने मुझे कमर से पकड़ा और कहा हाथ पैर मरो मै नाटक करने लगा मेरा लंड खड़ा हो गया था मैंने पानी मै ही अपना लंड निकाल दिया उसको कहा निचे से पकड़ो कमर मै गुदगुदी होती है उसने निचे पकड़ा और मेरा लंड उसके हाथ मै आ गया उसने डर के मुझे चोद दिया मै डूबने का बहाना करने लगा और उसके मम्मे को कास के पकड़ लिया और उसको छिपाक गया वो मस्ती मै आ गई और समाज गई की मै नाटक कर रहा हु उसने कहा मै भी तुमसे चुदवाना चाहती हु मै पानी मै ही सुरु हो गया उसके मम्मे को कपड़ो से आज़ाद कर दिया और दबाने लगा निप्पलो को चूसने लगा वो मेरा लंड पकड़ के मसलने लगी उसने इनती कास के पकड़ा के लंड दर्द करने लगा मैंने भी उसके मम्मे को कस के पकड़ लिया और जोर से दबाने लगा उसने कहा तेरे लंड मै भी ताकत है या सिर्फ हाथो मै मैंने कहा तेरे गोव के लोंडो से तो मज़बूत ही है अपनी चूत मै डाल के देख ले और मैंने उसकी टंगे फेला दी और उसकी चूत मै मेरा लंड इतनी जोर से डाल दिया की एक बार मै ही पूरा का पूरा लंड चूत मै चला गया मै दबाके चोदने लगा और चुदवने लगी उसका बदन बोहोत मांसल और मज़बूत था मैंने सोचा इसको सब मज़े देता हु मैंने उसको कहा पलट जा और वो पलट गई मैंने उसकी चुथद को सहलाया और चुथद फेला दिया और चूत के ऊपर लंड रख दिया और पीछे से उसको चोदने लगा उसको मज़ा आ रहा था कुत्तो की तरह चुदाने मै उसके चुथद इतने बड़े थे की मेरा लंड उसमे दिखाई भी नही दे रहा था जब मै उसको चोद रहा था उसके चुथद मैंने आवाज़ आ रही थी वो जड़ ने वाली थी मै भी जड़ने वाला था उसको कहा मेरा माल क्या तेरी चूत मै डालू या बाहर ही निकाल दू उसने कहा मेरी चूत मै ही डाल दे इसको भी सेहरी लंड के माल का स्वाद चखने दे और हम दोनों एक साथ जड़ गए , सेहर की नाजुक लडकियों को तो बोहोत चोदा था लेकिन उनमे वो बात नही थी जो उस गोव की कसी हुई और मांसल लड़की मै थी आज भी उसको याद करता हु तो लंड उसको चोदने के सपने देखता है ……….

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