मीना के साथ पेहली मुलाकात

मेरा नाम अरिंदम है I मेरे दोस्त मुझे प्यारसे अरी कहकर पुकारते हैं और मुझे भी मेरा ये पुकार नाम पसंद है I मे एक बंगाली हूँ, और मेरे पैदाइश से लेकर सब कुछ नोर्त बंगाल मे हुआ है I नोर्त भंगल मुझे बोहोत अच्छा लगता है, मेने बोहोत जगा देखा है लेकिन नोर्त बंगाल के तराह खूबशुरात जगह कंही नहि देखा I








खैर, जो भी हो, मे मेरे जिंदगी की किछ एसे बात बताने चला हूँ, जो मेने कभी सोचा भी नहि था किसीको बता पाउँगा I मे मेरे ज़िन्दगी की हर एक लम्हा खुस रहता हूँ I मुझे किसी चीज़ की नशा नहि है, लेकिन लड़की मुझे बोहोत पसंद है I मे किसी भी अजनबी लड़की देखता हूँ, तो मुझे लालच अजति है I और मे कोसिस करता हूँ, किसी तराह उससे दोस्ती करके उसे चोद दूं I







जबसे मेरा लंड खड़ा होना शुरू हुआ है, तब एस मे यही फ़िराक मे रहता हूँ I लेकिन अफ़सोस की बात ये है, की आजतक कभी ये मौका नहि मिला मुझे I कमसे काम कोलेज मे जाने से पहलेतक तो नहि I लेकिन मेरा ये ख्वाइश पूरा हुया मीना से मिलने के बाद I और मेने सिखा, केसे लड़कियों से दोश्ती करके उसे चोदा जाता है I







मीना मेरे कोलेज की दोस्त है I उसका पूरा नाम मीनाक्षी है, और उसका पुकार नाम मीना है I हम दोस्त लोग भी उसे मीना ही कहते हैं I उसे मेने पेहली बार देखा था कोलेजमे अड्मिसन के दिन I कोलेज्का बाकि का सारा काम हो चूका था, लिस्ट भी बहार आ चूका था I और अब सिर्फ अड्मिसन लेना बाकि था I हर हर बिद्यार्थी लाइन पे खड़े थे अड्मिसन लेने के लिये I







लड़का और लड़की दोनों की लाइन अलग अलग थी, लेकिन बोहोत दूर नहि था I मे और मीना अपने अपने लाइन पे लग भाग एकही दुरी पे थे I हम सब दोस्त लाइन पे खड़े हुये एक दुशरे से मजाक कर रहे थे I और हमारे मजाक शुनकर वो लोग भी हस रही थी I उनकी हसी देखकर हमें और भी मजाक करने का हिम्मत मिला I







मे पहले से ही मीना को ध्यान मे रखा हुया था I और मुझे समझ आया वो भी छुप छुप के मेरे तरफ ही देख रही है I इस तराह हम दोनों एक दुसरे को देखना शुरू किये I मे ऊपर से निचे तक उसका जिस्म देख रहा था I वोह बोहोत ही सेक्सी थी, उसने फिटिंग टी शर्ट पेहेन रखा था I वो बोहोत ही गजब लग रही थी, उसकी एसे फिगर देखकर मेरा लंड बिलकुल खड़ा हो गया I और मे सोचने लगा केसे उसे चोदा जाये I







उसकी चूची मीडियम साइज की थी, और उसकी टी शर्ट के साथ बिलकुल चिपका हुया था I एसा लग रहा था, जेसे टी शर्ट फाड़ के बहार निकलना चाहता है I उसकी जींस भी बिलकुल उसके पैर के साथ चिपका हुआ था I मे घूम फिरके उसी के तरफ देख रहा था I सिर्फ मे ही नहि, अजू बाजु के हर लड़के उसकी तरफ देख रहे थे I लेकिन वो मेरे तरफ देख रही थी, हम आँखों ही आँखों मे एक दुसरे से दोस्ती कर चुके थे I और उसे चोदने का पेहला कदम ले चूका था I

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